Index Search for 'घोरे' |
Shloka: | तस्मिन्प्रवृत्ते संग्रामेघोरे रुधिरकर्दमे । धूम्राक्षः कपिसैन्यं तद्द्रावयामास पत्रिभिः ॥ |
Reference: | 3.42.270.0.10(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#10) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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