Index Search for 'घने' |
Shloka: | तस्मिन्रथे पशुपतिः स्थितो भात्युमया सह । विद्युता सहितः सूर्यः सेन्द्रचापेघने यथा ॥ |
Reference: | 3.37.221.0.4(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#4) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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