Index Search for 'घटोत्कचः' |
Shloka: | वृतः स सर्वैरनुजैर्द्विजैश्च तेनैव मार्गेण पतिः कुरूणाम् । उवाह चैनान्सगणांस्तथैवघटोत्कचः पर्वतनिर्झरेषु ॥ |
Reference: | 3.36.173.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आजगरपर्व>त्रिसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आजगरपर्व |
Adhyaya: | त्रिसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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