Index Search for 'घटन्ते' |
Shloka: | मयि सर्वं समासज्य कुटुम्बं भरतर्षभाः । उपासनरताः सर्वेघटन्ते स्म शुभानने ॥ |
Reference: | 3.38.222.0.52(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व>द्वाविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#52) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व |
Adhyaya: | द्वाविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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