Index Search for 'ख्यातं' |
Shloka: | तत्रोदधेः कंचिदतीत्य देशंख्यातं पृथिव्यां वनमाससाद । तप्तं सुरैर्यत्र तपः पुरस्तादिष्टं तथा पुण्यतमैर्नरेन्द्रैः ॥ |
Reference: | 3.33.118.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>अष्टादशाधिकशततमोऽध्यायः (118)>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | अष्टादशाधिकशततमोऽध्यायः (118) |
Akhyana: | |
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