Index Search for 'खादति' |
Shloka: | यच्च भर्ता न पिबति यच्च भर्ता नखादति । यच्च नाश्नाति मे भर्ता सर्वं तद्वर्जयाम्यहम् ॥ |
Reference: | 3.38.222.0.30(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व>द्वाविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#30) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व |
Adhyaya: | द्वाविंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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