Index Search for 'खगपत्रैः' |
Shloka: | विभीषणः प्रहस्तं च प्रहस्तश्च विभीषणम् ।खगपत्रैः शरैस्तीक्ष्णैरभ्यवर्षद्गतव्यथः ॥ |
Reference: | 3.42.269.0.13(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकोनसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#13) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकोनसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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