Index Search for 'क्षेमं' |
Shloka: | गतो दशरथः स्वर्गं वनस्थौ रामलक्ष्मणौ । गृहाण राज्यं विपुलंक्षेमं निहतकण्टकम् ॥ |
Reference: | 3.42.261.0.31(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#31) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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