Index Search for 'क्षिप्रमेष्यति' |
Shloka: | क्षिप्रमेष्यति ते भर्ता सुग्रीवेणाभिरक्षितः । सौमित्रिसहितो धीमांस्त्वां चेतो मोक्षयिष्यति ॥ |
Reference: | 3.42.264.0.60(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>चतुःषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#60) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | चतुःषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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