Index Search for 'क्षिप्रं' |
Shloka: | हर्षमेष्यसि वैदेहिक्षिप्रं भर्तृसमन्विता । राघवेण सह भ्रात्रा सीते त्वमचिरादिव ॥ |
Reference: | 3.42.264.0.71(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>चतुःषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#71) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | चतुःषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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