Index Search for 'क्षत्रिया' |
Shloka: | वयं हिक्षत्रिया राजन्पाण्डोः पुत्रा महात्मनः । ज्येष्ठं मां विद्धि कौन्तेयं भीमसेनार्जुनाविमौ । याभ्यां तव सुता राजन्निर्जिता राजसंसदि ॥ |
Reference: | 1.12.187.0.9(आदिपर्व>द्रौपदीस्वयंवरपर्व>सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#9) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | द्रौपदीस्वयंवरपर्व |
Adhyaya: | सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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