Index Search for 'क्षत्रिया' |
Shloka: | ब्राह्मणाःक्षत्रिया वैश्याः संकीर्यन्तः परस्परम् । शूद्रतुल्या भविष्यन्ति तपःसत्यविवर्जिताः ॥ |
Reference: | 3.37.188.0.18(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>अष्टाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#18) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | अष्टाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|