Index Search for 'क्षत्रियर्षभ' |
Shloka: | तेषां चानुगता ये च क्षत्रियाःक्षत्रियर्षभ । तांश्च सर्वानवामृद्नाद्रामः प्रहरतां वरः ॥ |
Reference: | 3.33.117.0.8(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>सप्तदशाधिकशततमोऽध्यायः (117)>श्लोक#8) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | सप्तदशाधिकशततमोऽध्यायः (117) |
Akhyana: | |
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