Index Search for 'क्षत्रधर्मस्य' |
Shloka: | क्षत्रधर्मस्य संप्राप्तः कालः सत्यपराक्रम । जयन्तः पात्यमाना वा प्राप्तुमर्हाम सद्गतिम् ॥ |
Reference: | 3.34.154.0.25(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>जटासुरवधपर्व>चतुःपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#25) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | जटासुरवधपर्व |
Adhyaya: | चतुःपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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