Index Search for 'क्षत्ता' |
Shloka: | ततोऽपश्यद्विदुरं तूर्णमारादभ्यायान्तं सत्यसंधः स राजा । अथाब्रवीद्भ्रातरं भीमसेनं किं नुक्षत्ता वक्ष्यति नः समेत्य ॥ |
Reference: | 3.29.6.0.7(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरण्यकपर्व>षष्ठोऽध्यायः (06)>श्लोक#7) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरण्यकपर्व |
Adhyaya: | षष्ठोऽध्यायः (06) |
Akhyana: | |
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