Index Search for 'क्षतिः' |
Shloka: | न हयानांक्षतिः काचिन्न रथस्य न मातलेः । मम चादृश्यत तदा तदद्भुतमिवाभवत् ॥ |
Reference: | 3.35.169.0.19(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>एकोनसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#19) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | एकोनसप्तत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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