Index Search for 'क्षणम्' |
Shloka: | मा धूमाय ज्वलात्यन्तमाक्रम्य जहि शात्रवान् । ज्वल मूर्धन्यमित्राणां मुहूर्तमपि वाक्षणम् ॥ |
Reference: | 5.54.131.12.29(उद्योगपर्व>भगवद्यानपर्व>एकत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (131)>विदुरापुत्रानुशासनम्>श्लोक#29) |
Parva: | उद्योगपर्व |
Upaparva: | भगवद्यानपर्व |
Adhyaya: | एकत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (131) |
Akhyana: | विदुरापुत्रानुशासनम् |
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