Index Search for 'ऐश्वर्यं' |
Shloka: | रागद्वेषविनिर्मुक्ताऐश्वर्यं देवता गताः । रुद्राः साध्यास्तथादित्या वसवोऽथाश्विनावपि । योगैश्वर्येण संयुक्ता धारयन्ति प्रजा इमाः ॥ |
Reference: | 3.29.2.0.76(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरण्यकपर्व>द्वितीयोऽध्यायः (02)>श्लोक#76) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरण्यकपर्व |
Adhyaya: | द्वितीयोऽध्यायः (02) |
Akhyana: | |
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