Index Search for 'एवमुक्त्वा' |
Shloka: | एवमुक्त्वा तु राजानं भीमसेनमभाषत । नैतन्मनसि मे तात वर्तते कुरुसत्तम । यदिदं साहसं भीम कृष्णार्थे कृतवानसि ॥ |
Reference: | 3.35.158.0.45(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>अष्टपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#45) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | अष्टपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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