Index Search for 'एको' |
Shloka: | लोमश उवाच - उद्दालकस्य नियतः शिष्यएको नाम्ना कहोडेति बभूव राजन् । शुश्रूषुराचार्यवशानुवर्ती दीर्घं कालं सोऽध्ययनं चकार ॥ |
Reference: | 3.33.132.0.6(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>द्वात्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (132)>श्लोक#6) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | द्वात्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (132) |
Akhyana: | |
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