Index Search for 'ऋषेस्त्वया' |
Shloka: | ऋषेस्त्वया श्रुतं वाक्यं कैलासं पर्वतं प्रति । बुद्ध्या प्रपश्य कौन्तेय कथं कृष्णा गमिष्यति ॥ |
Reference: | 3.33.141.0.3(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>एकचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः (141)>श्लोक#3) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | एकचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः (141) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|