Index Search for 'ऋतुपर्णोऽपि' |
Shloka: | ऋतुपर्णोऽपि राजा स धीमान्सत्यपराक्रमः । राजानं राजपुत्रं वा न स्म पश्यति कंचन । नैव स्वयंवरकथां न च विप्रसमागमम् ॥ |
Reference: | 3.32.71.0.22(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>इन्द्रलोकाभिगमनपर्व>एकसप्ततितमोऽध्यायः (71)>श्लोक#22) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | इन्द्रलोकाभिगमनपर्व |
Adhyaya: | एकसप्ततितमोऽध्यायः (71) |
Akhyana: | |
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