Index Search for 'ऋचीकपुत्रस्य' |
Shloka: | स तत्र तामग्र्यधनुर्धरस्य वेदीं ददर्शायतपीनबाहुः ।ऋचीकपुत्रस्य तपस्विसंघैः समावृतां पुण्यकृदर्चनीयाम् ॥ |
Reference: | 3.33.118.0.10(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>अष्टादशाधिकशततमोऽध्यायः (118)>श्लोक#10) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | अष्टादशाधिकशततमोऽध्यायः (118) |
Akhyana: | |
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