Index Search for 'ऊर्ध्वमाचक्रमे' |
Shloka: | स निश्चित्य ततः कृत्यं स्वसारमुपसान्त्व्य च ।ऊर्ध्वमाचक्रमे राजा विधाय नगरे विधिम् ॥ |
Reference: | 3.42.261.0.52(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#52) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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