Index Search for 'ऊर्ध्वबाहुश्चतुर्थं' |
Shloka: | ऊर्ध्वबाहुश्चतुर्थं तु मासमस्मि स्थितस्तदा । न च मे हीयते प्राणस्तदद्भुतमिवाभवत् ॥ |
Reference: | 3.35.163.0.16(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>त्रिषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#16) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | त्रिषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|