Index Search for 'ऊरुं' |
Shloka: | ऊरुं राज्ञः समासाद्य कपोतः श्येनजाद्भयात् । शरणार्थी तदा राजन्निलिल्ये भयपीडितः ॥ |
Reference: | 3.33.130.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (130)>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (130) |
Akhyana: | |
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