Index Search for 'ईप्सितः' |
Shloka: | के वै भवन्तः कश्चासौ यस्याहं दूतईप्सितः । किं च तत्र मया कार्यं कथयध्वं यथातथम् ॥ |
Reference: | 3.32.52.0.2(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>इन्द्रलोकाभिगमनपर्व>द्विपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (52)>श्लोक#2) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | इन्द्रलोकाभिगमनपर्व |
Adhyaya: | द्विपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (52) |
Akhyana: | |
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