Index Search for 'इष्टिरष्टाकपालेन' |
Shloka: | मृतः श्रूयेत यो जीवन्परेयुः पशवो यथा ।इष्टिरष्टाकपालेन कर्तव्याभिमतेऽग्नये ॥ |
Reference: | 3.37.211.0.28(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#28) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | एकादशाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|