Index Search for 'इमे' |
Shloka: | दृष्ट्वा मूर्ध्ना नतान्पुत्रांस्तापसी वाक्यमब्रवीत् । दौहित्रास्तव राजेन्द्र मम पुत्रा न ते पराः ।इमे त्वां तारयिष्यन्ति दिष्टमेतत्पुरातनम् ॥ |
Reference: | 5.54.119.11.23(उद्योगपर्व>भगवद्यानपर्व>एकोनविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (119)>गालवचरितम्>श्लोक#23) |
Parva: | उद्योगपर्व |
Upaparva: | भगवद्यानपर्व |
Adhyaya: | एकोनविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (119) |
Akhyana: | गालवचरितम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|