Index Search for 'इमे' |
Shloka: | यक्ष उवाच -इमे ते भ्रातरो राजन्वार्यमाणा मयासकृत् । बलात्तोयं जिहीर्षन्तस्ततो वै सूदिता मया ॥ |
Reference: | 3.44.297.0.22(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरणेयपर्व >सप्तनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#22) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरणेयपर्व |
Adhyaya: | सप्तनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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