Index Search for 'इमं' |
Shloka: | ब्राह्मण उवाच - यदि नेच्छसि भद्रे त्वं वरं मत्तः शुचिस्मिते ।इमं मन्त्रं गृहाण त्वमाह्वानाय दिवौकसाम् ॥ |
Reference: | 3.43.289.0.16(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कुन्दलाहरणपर्व>एकोनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#16) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कुन्दलाहरणपर्व |
Adhyaya: | एकोनवत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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