Index Search for 'इन्द्रियाणां' |
Shloka: | इन्द्रियाणां प्रसङ्गेन दोषमृच्छत्यसंशयम् । संनियम्य तु तान्येव ततः सिद्धिमवाप्नुते ॥ |
Reference: | 3.37.202.0.19(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>द्वयधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#19) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | द्वयधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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