Index Search for 'इन्द्रियाणां' |
Shloka: | धनं तु ब्राह्मणस्याहुः स्वाध्यायं दममार्जवम् ।इन्द्रियाणां निग्रहं च शाश्वतं द्विजसत्तम । सत्यार्जवे धर्ममाहुः परं धर्मविदो जनाः ॥ |
Reference: | 3.37.197.0.38(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#38) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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