Index Search for 'इन्द्रसेनां' |
Shloka: | हयांस्तत्र विनिक्षिप्य सूतो रथवरं च तम् ।इन्द्रसेनां च तां कन्यामिन्द्रसेनं च बालकम् ॥ |
Reference: | 3.32.57.0.21(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>इन्द्रलोकाभिगमनपर्व>सप्तपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (57)>श्लोक#21) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | इन्द्रलोकाभिगमनपर्व |
Adhyaya: | सप्तपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (57) |
Akhyana: | |
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