Index Search for 'इत्येवमुक्ते' |
Shloka: | इत्येवमुक्ते वचनेऽर्जुनेन ते ब्राह्मणाः सर्ववर्णाश्च राजन् । मुदाभ्यनन्दन्सहिताश्च चक्रुः प्रदक्षिणं धर्मभृतां वरिष्ठम् ॥ |
Reference: | 3.31.24.0.15(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कैरातपर्व>चतुर्विंशोऽध्यायः (24)>श्लोक#15) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कैरातपर्व |
Adhyaya: | चतुर्विंशोऽध्यायः (24) |
Akhyana: | |
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