Index Search for 'इत्युक्त्वैनमभिक्रुद्धः' |
Shloka: | इत्युक्त्वैनमभिक्रुद्धः कक्ष्यामुत्पीड्य पाण्डवः । निष्पिष्य पाणिना पाणिं संदष्टोष्ठपुटो बली । तमभ्यधावद्वेगेन भीमो वृक्षायुधस्तदा ॥ |
Reference: | 3.30.12.0.42(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>किर्मीरवधपर्व>द्वादशोऽध्यायः (12)>श्लोक#42) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | किर्मीरवधपर्व |
Adhyaya: | द्वादशोऽध्यायः (12) |
Akhyana: | |
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