Index Search for 'इत्युक्त्वान्तर्हितो' |
Shloka: | इत्युक्त्वान्तर्हितो दिव्यः पुरुषः स महाप्रभः । विस्मयं जग्मतुश्चोभौ तौ वीरौ रामलक्ष्मणौ ॥ |
Reference: | 3.42.263.0.43(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>त्रिषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#43) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | त्रिषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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