Index Search for 'इत्युक्त्वान्तर्हिते' |
Shloka: | इत्युक्त्वान्तर्हिते तस्मिन्रामो नलमुवाच ह । कुरु सेतुं समुद्रे त्वं शक्तो ह्यसि मतो मम ॥ |
Reference: | 3.42.267.0.43(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#43) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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