Index Search for 'इत्युक्त्वा' |
Shloka: | वैशंपायन उवाच -इत्युक्त्वा तं महाबाहुर्भीमो भीमपराक्रमः । समुत्पत्य च कौन्तेयः प्रहस्य च नराधमम् । भीमो जग्राह केशेषु माल्यवत्सु सुगन्धिषु ॥ |
Reference: | 4.46.21.0.47(विराटपर्व>कीचकवधपर्व>एकविंशोऽध्यायः (21)>श्लोक#47) |
Parva: | विराटपर्व |
Upaparva: | कीचकवधपर्व |
Adhyaya: | एकविंशोऽध्यायः (21) |
Akhyana: | |
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