Index Search for 'इत्युक्त्वा' |
Shloka: | इत्युक्त्वा राक्षसपतिः कुम्भकर्णं तरस्विनम् । संदिदेशेतिकर्तव्ये वज्रवेगप्रमाथिनौ ॥ |
Reference: | 3.42.270.0.28(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#28) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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