Index Search for 'इत्युक्त्वा' |
Shloka: | इत्युक्त्वा सा प्ररुदती पर्यशङ्कत देवरम् । हता वै स्त्रीस्वभावेन शुद्धचारित्रभूषणम् ॥ |
Reference: | 3.42.262.0.25(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>द्विषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#25) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | द्विषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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