Index Search for 'इत्युक्त्वा' |
Shloka: | अकार्यं कृतवानस्मि रागद्वेषबलात्कृतः ।इत्युक्त्वा बहुशो विद्वान्ग्रामं भैक्षाय संश्रितः ॥ |
Reference: | 3.37.197.0.6(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#6) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|