Index Search for 'इत्युक्तोऽहं' |
Shloka: | इत्युक्तोऽहं मातलिना गिरिमामन्त्र्य शैशिरम् । प्रदक्षिणमुपावृत्य समारोहं रथोत्तमम् ॥ |
Reference: | 3.35.164.0.34(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>चतुःषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#34) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | चतुःषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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