Index Search for 'इत्युक्तो' |
Shloka: | इत्युक्तो धर्मराजस्तु सहसा वाक्यमप्रियम् । कथमित्यब्रवीद्वाचा शोकार्तः सज्जमानया । युधिष्ठिरो गुडाकेशं भ्राता भ्रातरमच्युतम् ॥ |
Reference: | 1.16.205.0.25(आदिपर्व>अर्जुनवनवासपर्व>पञ्चाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#25) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | अर्जुनवनवासपर्व |
Adhyaya: | पञ्चाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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