Index Search for 'इत्युक्तवचनं' |
Shloka: | इत्युक्तवचनं रामं प्रत्युवाचानिलात्मजः । प्रियमाख्यामि ते राम दृष्टा सा जानकी मया ॥ |
Reference: | 3.42.266.0.36(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>षट्षष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#36) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | षट्षष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|