Index Search for 'इत्याहुर्मां' |
Shloka: | तुष्टासि यदि मे देवि काममेतं वृणोम्यहम् । संतानं हि परो धर्मइत्याहुर्मां द्विजातयः ॥ |
Reference: | 3.42.277.0.15(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#15) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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