Index Search for 'इति' |
Shloka: | इति तद्राजवचनं प्रतिश्रुत्याथ मन्थरा । कैकेयीमभिगम्येदं काले वचनमब्रवीत् ॥ |
Reference: | 3.42.261.0.16(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#16) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|