Index Search for 'इति' |
Shloka: | द्यौः स्वित्पतति किं भूमौ दीर्यन्ते पर्वता नु किम् ।इति ते मेनिरे सर्वे पवनेन विमोहिताः ॥ |
Reference: | 3.33.143.0.11(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>त्रिचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#11) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | त्रिचत्वारिंशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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