Index Search for 'इति' |
Shloka: | यच्च मा भाषसे पार्थ प्राप्तः कालइति प्रभो । अनृतं नोत्सहे वक्तुं न ह्येतन्मयि विद्यते ॥ |
Reference: | 3.32.49.0.27(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>इन्द्रलोकाभिगमनपर्व>एकोनपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (49)>श्लोक#27) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | इन्द्रलोकाभिगमनपर्व |
Adhyaya: | एकोनपञ्चाशत्तमोऽध्यायः (49) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|