Index Search for 'आहितम्' |
Shloka: | ययातिः उवाच - दातव्यम् याचमानेभ्य इति मे व्रतम्आहितम् । त्वम् च याचसि माम् कामम् ब्रूहि किम् करवाणि ते ॥ |
Reference: | 1.7.77.2.20(आदिपर्व>संभवपर्व>सप्तसप्ततितमोऽध्यायः (77)>ययात्युपाख्यान>श्लोक#20) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | संभवपर्व |
Adhyaya: | सप्तसप्ततितमोऽध्यायः (77) |
Akhyana: | ययात्युपाख्यान |
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